देखें: स्मृति मंधाना और जेमिमाह रोड्रिग्स ने दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों को गले लगाकर जीता दिल
नई दिल्ली | 2 नवंबर 2025:
हर एथलीट का सपना होता है कि वह “जीत में विनम्रता और हार में गरिमा” के सिद्धांत पर खरा उतरे। रविवार को महिला वनडे विश्व कप के फाइनल में भारत की ऐतिहासिक जीत के बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर की टीम ने इसी भावना की मिसाल पेश की।दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 52 रनों की यादगार जीत के बाद जब भारतीय खिलाड़ी जश्न मना रहे थे, तब हार से टूटे दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों को भारतीय टीम ने दिलासा दिया। विशेष रूप से स्मृति मंधाना और जेमिमाह रोड्रिग्स का यह कदम क्रिकेट जगत में इंसानियत और खेलभावना की मिसाल बन गया।
मैदान पर भावनाओं से भरा पल
मैच खत्म होते ही दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी आंसू रोकने की कोशिश कर रहे थे। तभी भारतीय जोड़ी जेमिमाह रोड्रिग्स और स्मृति मंधाना उनके पास पहुंचीं और उन्हें गले लगाकर सांत्वना दी।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने इस खूबसूरत पल का वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं, जो कुछ ही समय में वायरल हो गईं। वीडियो में भारतीय खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका की मारिजाने कैप को दिलासा देती दिखाई दीं। इस दृश्य ने करोड़ों क्रिकेट प्रशंसकों का दिल छू लिया।
भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन
•भारत ने इस फाइनल मुकाबले में 52 रनों से जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया।
शेफाली वर्मा और दीप्ति शर्मा के शानदार प्रदर्शन ने टीम इंडिया को उनकी पहली महिला वनडे विश्व कप ट्रॉफी दिलाई। यह जीत न केवल भारतीय महिला क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक पल है, बल्कि खेल की भावना का एक प्रेरणादायक उदाहरण भी बन गई है।
दक्षिण अफ्रीकी कप्तान की प्रतिक्रिया
•हालांकि मैच हारने के बाद दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लॉरा वोल्वार्ड्ट ने अपनी टीम के प्रदर्शन पर गर्व जताया।
उन्होंने कहा,
•“मुझे अपनी टीम पर बहुत गर्व है। हमने टूर्नामेंट में उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन खिलाड़ियों ने बेहतरीन वापसी की। भारत ने आज शानदार खेल दिखाया और जीत का हकदार था।”
•वोल्वार्ड्ट ने आगे कहा कि यह हार सीख देने वाली है और उनकी टीम भविष्य में और मजबूत होकर लौटेगी।
•“विश्व कप से पहले मेरा साल अच्छा नहीं रहा, लेकिन मैंने सीखा कि दबाव में शांत रहना और स्वाभाविक खेल खेलना कितना जरूरी है,” उन्होंने कहा।
खेलभावना की मिसाल
• भारतीय टीम का यह व्यवहार दर्शाता है कि खेल सिर्फ जीत या हार नहीं, बल्कि सम्मान, संवेदना और खेलभावना का प्रतीक है।
मंधाना और रोड्रिग्स की यह पहल आने वाली पीढ़ियों के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी।










