कनाडा का ब्रिटिश कोलंबिया (B.C.) प्रांत इस वक्त एक गंभीर मौसमी खतरे का सामना कर रहा है। मौसम वैज्ञानिकों ने इसे ‘वन-टू पंच’ (One-Two Punch) यानी एक के बाद एक, दो करारे प्रहार का नाम दिया है। दो शक्तिशाली प्रशांत तूफानी सिस्टम (Pacific Storms) गुरुवार तक प्रांत के तटीय इलाकों में भारी तबाही मचाने की क्षमता रखते हैं। इस दोहरे खतरे को देखते हुए एनवायरनमेंट कनाडा और स्थानीय मौसम विज्ञानियों ने भारी बारिश, जानलेवा तेज हवाओं और तटीय बाढ़ (Coastal Flooding) के लिए हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
ग्लोबल बीसी के मौसम विज्ञानी मार्क मैड्रिगा (Mark Madryga) ने स्थिति की गंभीरता को समझाते हुए कहा है कि यह एक जटिल और खतरनाक मौसमी पैटर्न है। लोगों को अगले 48 घंटे बेहद सतर्क रहने की ज़रूरत है।
तूफानों का ‘वन-टू पंच’: कैसे और कब होगा असर?
यह मौसमी घटना एक नहीं, बल्कि दो अलग-अलग स्टॉर्म सिस्टम से मिलकर बनी है, जो बहुत कम समय के अंतराल पर B.C. से टकरा रहे हैं।
- पहला तूफान (Storm 1): पहला सिस्टम बुधवार को प्रांत के अधिकांश तटों से टकराया। इसने ज़मीन को गीला करने और हालात को बिगाड़ने का काम शुरू कर दिया है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, यह तूफान रात में और गुरुवार की सुबह तक थोड़ा हल्का पड़ेगा, जिससे लोगों को संभलने का एक बहुत छोटा सा मौका मिलेगा।
- दूसरा तूफान (Storm 2): लेकिन असली खतरा इसके ठीक पीछे है। गुरुवार को ही दक्षिण-पश्चिम से एक और ज़्यादा शक्तिशाली तूफानी सिस्टम प्रांत में दाखिल होगा। यह अपने साथ पहले से भी ज़्यादा बारिश और विनाशकारी हवाएं लाएगा।
मौसम विज्ञानी मैड्रिगा ने विशेष रूप से चेताया है कि लोअर मेनलैंड (Lower Mainland) में रहने वाले लोगों को सबसे ज़्यादा सचेत रहने की ज़रूरत है। उनके मुताबिक, ‘स्टॉर्म नंबर टू’ के दौरान गुरुवार के दूसरे हाफ में (यानी दोपहर बाद और शाम को) इस इलाके में सबसे भारी और मूसलाधार बारिश होने की संभावना है।
खतरा इसलिए भी बड़ा है क्योंकि पहले तूफान की बारिश से ज़मीन पहले ही तर हो चुकी होगी। ऐसे में जब दूसरा तूफान भारी बारिश लाएगा, तो ज़मीन पानी को सोख नहीं पाएगी। इससे अचानक बाढ़ (Flash Floods) और पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन (Landslides) का खतरा कई गुना बढ़ गया है। मेट्रो वैंकूवर, नॉर्थ शोर माउंटेन्स और हाउ साउंड के लिए पहले ही ‘भारी वर्षा की चेतावनी’ (Heavy Rainfall Warning) एक्टिव कर दी गई है।
90 Km/h की हवाएं और ‘तटीय बाढ़’ का सीधा खतरा
बारिश के साथ-साथ हवा की रफ्तार भी जानलेवा स्तर पर पहुँचने का अनुमान है। यह हवाएं सिर्फ असुविधा नहीं, बल्कि सीधे तौर पर नुकसान पहुँचाने वाली हैं।
मार्क मैड्रिगा के अनुसार, अधिकांश तटीय क्षेत्रों में बुधवार और गुरुवार, दोनों दिन दक्षिण-पूर्व से तेज हवाएं (Strong Southeast Wind) चलेंगी। गुरुवार को स्थिति ज़्यादा गंभीर होगी, जब साउथ कोस्ट के कई खुले इलाकों में 60 से 90 किमी/घंटा की रफ्तार से हवा के झोंके चलेंगे। मेट्रो वैंकूवर में भी, खासकर पानी के नज़दीकी इलाकों में, हवा की रफ्तार 50 से 70 किमी/घंटा तक पहुँच सकती है।
इतनी तेज हवाएं पेड़ों को उखाड़ सकती हैं, बिजली की लाइनों को तोड़ सकती हैं, जिससे बड़े पैमाने पर पावर कट (Power Outages) हो सकता है। साथ ही, यह समुद्री यात्रा (जैसे B.C. Ferries) को बेहद खतरनाक बना देंगी और कई सेवाओं को रद्द किया जा सकता है।
इस बीच, एनवायरनमेंट कनाडा (Environment Canada) ने B.C. के एक बड़े हिस्से के लिए ‘तटीय बाढ़ वक्तव्य’ (Coastal Flooding Statement) जारी किया है। प्रभावित होने वाले प्रमुख क्षेत्रों में शामिल हैं:
- ग्रेटर विक्टोरिया कोस्टलाइन (स्वार्ट्ज़ बे से कॉर्डोवा बे और कॉर्डोवा बे से ईस्ट सूक तक)
- दक्षिणी खाड़ी द्वीप समूह (Southern Gulf Islands)
- वैंकूवर द्वीप कोस्टलाइन (कैंपबेल रिवर से ऑयस्टर रिवर तक)
- वैंकूवर द्वीप के पश्चिमी हिस्से (केप स्कॉट से लेकर टोफिनो और बामफील्ड तक)
क्यों है बाढ़ का इतना बड़ा खतरा?
एनवायरनमेंट कनाडा ने अपनी चेतावनी में साफ कहा है कि समुद्र में जल स्तर सामान्य से काफी ऊपर रहने की उम्मीद है। यह स्थिति इसलिए बन रही है क्योंकि तूफान का निम्न दबाव (Low Pressure), ज्वार (Tide) और तेज हवाओं से उठने वाली विशाल लहरें (Significant Waves) एक साथ मिल रही हैं।
चेतावनी में कहा गया है कि पानी का यह स्तर “उच्चतम खगोलीय ज्वार” (Highest Astronomical Tide) को भी पार कर सकता है। सरल भाषा में कहें तो, समुद्र का पानी उन इलाकों में भी घुस सकता है, जहाँ आमतौर पर वह कभी नहीं पहुँचता।
मौसम विज्ञानी मैड्रिगा ने चेताया है, “कमजोर तटीय इलाकों, खासकर निचले इलाकों में मामूली तटीय बाढ़ आने की लगभग पूरी संभावना है।”
अधिकारियों के मुताबिक, लोगों को ज़मीनी हकीकत के लिए तैयार रहना चाहिए। बाढ़ के पानी या तूफान द्वारा बहाकर लाए गए मलबे (जैसे बड़ी-बड़ी लकड़ियाँ और चट्टानें) के कारण सड़कों और रास्तों पर चलना बेहद मुश्किल या असंभव हो सकता है। यह तूफान ज्वार भाटे वाले फ्लैट्स, समुद्र तटों और बैरियर द्वीपों जैसे संवेदनशील इलाकों में ‘तटीय कटाव’ (Coastal Erosion) भी कर सकता है, जिसका पर्यावरण पर लंबा असर पड़ेगा।
अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे तूफानी लहरों को देखने के लिए समुद्र तटों के पास न जाएँ, अपनी आपातकालीन किट तैयार रखें और अगले 48 घंटों तक आधिकारिक मौसम चेतावनियों पर लगातार नज़र बनाए रखें।










