PM के बयान पर राहुल गांधी बोले – “कोई कमेंट नहीं”, प्रियंका गांधी ने दिया पलटवार लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ताज़ा बयान पर प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया। मीडिया ने जब इस मामले पर सवाल पूछा तो राहुल गांधी ने संक्षिप्त जवाब देते हुए कहा, “कोई कमेंट नहीं।”यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब विंटर सेशन शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस और विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोला। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई थी कि बिहार चुनाव में विपक्ष की हार के बाद संसद में “रुकावट” नहीं होगी।
प्रियंका गांधी का जवाब — “मुद्दों पर बात करना ड्रामा नहीं”
राहुल गांधी भले चुप रहे हों, लेकिन उनकी बहन और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी।जब मीडिया ने पूछा कि क्या विपक्ष संसद में जानबूझकर बाधा पैदा कर रहा है, तो प्रियंका गांधी ने कहा: “एयर पॉल्यूशन और SIR जैसे मुद्दे लोगों की ज़िंदगी पर असर डालते हैं। चलिए उन पर बात करते हैं। संसद का असली मकसद ड्रामा नहीं, बल्कि जनता के मुद्दों पर चर्चा है। बात करना और चिंताएं उठाना ड्रामा कैसे हो सकता है? असली ड्रामा तो तब है जब ज़रूरी मुद्दों पर लोकतांत्रिक बातचीत की इजाज़त न दी जाए।”
प्रधानमंत्री का व्यंग्य — “संसद में ड्रामा नहीं, काम होना चाहिए”
विंटर सेशन शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष को निशाना बनाते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दल संसद का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा: “ड्रामा करने के बहुत मौके हैं, जो करना चाहते हैं वे बाहर करें। लेकिन संसद में काम होना चाहिए। देश बनाने पर ध्यान देना चाहिए और नेगेटिविटी कम से कम होनी चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि कुछ राज्यों में विपक्ष को सत्ता में रहने के दौरान भारी एंटी-इनकंबेंसी का सामना करना पड़ा, जिसके कारण वे जनता से जुड़ नहीं पा रहे हैं, और संसद को अपनी रणनीति का नया मंच बनाने की कोशिश कर रहे हैं।“ड्रामा करने के बहुत मौके हैं, जो करना चाहते हैं वे बाहर करें। लेकिन संसद में काम होना चाहिए। देश बनाने पर ध्यान देना चाहिए और नेगेटिविटी कम से कम होनी चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि कुछ राज्यों में विपक्ष को सत्ता में रहने के दौरान भारी एंटी-इनकंबेंसी का सामना करना पड़ा, जिसके कारण वे जनता से जुड़ नहीं पा रहे हैं, और संसद को अपनी रणनीति का नया मंच बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
विपक्ष को “परफॉर्मेंस टिप्स” देने की बात
प्रधानमंत्री ने टिप्पणी करते हुए यहां तक कहा कि वे विपक्ष को यह टिप्स देने के लिए तैयार हैं कि संसद में “कैसे परफॉर्म किया जाए”, लेकिन उन्होंने अपील की कि: “निराशा और हार की कीमत संसद और उसके सदस्यों को न चुकानी पड़े। उन्हें अपनी बात कहने दें।”
विंटर सेशन का एजेंडा
• विंटर सेशन आज से शुरू होकर 19 दिसंबर तक चलेगा। कुल 15 बैठकें प्रस्तावित हैं।
सरकार इस दौरान 13 विधेयक (बिल) पेश करने की योजना में है, जबकि विपक्ष वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के मुद्दे को बड़े स्तर पर उठाने की तैयारी कर रहा है।
नतीजा
• विंटर सेशन की शुरुआत से पहले ही सरकार बनाम विपक्ष का माहौल गरम दिखाई दे रहा है।
एक तरफ प्रधानमंत्री ने विपक्ष की रणनीतियों पर व्यंग्य किया, वहीं प्रियंका गांधी ने साफ कहा कि संसद जनता के मुद्दों के लिए है, प्रदर्शन के लिए नहीं।
अब सबकी नज़र इस पर रहेगी कि आने वाले दिनों में संसद में काम ज़्यादा होगा या टकराव।









