हम सब अपने स्मार्टफोन पर दिन भर आने वाले दर्जनों नोटिफिकेशंस से परेशान रहते हैं। काम के मैसेज, ईमेल, सोशल मीडिया अलर्ट्स और फालतू के प्रमोशनल नोटिफिकेशंस के ‘डिजिटल शोर’ में अक्सर कई ज़रूरी सूचनाएं दब कर रह जाती हैं। अगर आप भी सैमसंग गैलेक्सी (Samsung Galaxy) यूजर हैं और इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो कंपनी आपके लिए एक बड़ा ‘क्वालिटी ऑफ लाइफ’ अपडेट लाने की तैयारी कर रही है।
सैमसंग का यह नया हथियार है ‘प्रायोरिटी नोटिफिकशंस’ (Priority Notifications)। यह एक AI-संचालित फीचर है, जिसे कंपनी के अगले बड़े सॉफ्टवेयर अपडेट, One UI 8.5, के साथ लॉन्च किए जाने की उम्मीद है। इस फीचर का सीधा मकसद है आपके नोटिफिकेशन पैनल को साफ-सुथरा और पहले से ज़्यादा समझदार बनाना।
यह जानकारी सबसे पहले पिछले हफ्ते एक लीक हुए फर्मवेयर में सामने आई थी, लेकिन तब यह फीचर काम नहीं कर रहा था। अब, SammyFans की रिपोर्ट के मुताबिक, एक नए लीक हुए बिल्ड में इसे काम करते हुए देखा गया है, जिससे इसकी कार्यप्रणाली और डिज़ाइन का खुलासा हुआ है।
AI और आपका कंट्रोल: कैसे काम करेगा यह ‘स्मार्ट’ फीचर?
यह फीचर सिर्फ एक ऑन/ऑफ टॉगल नहीं होगा, बल्कि यह दो तरीकों से काम करेगा, जिसमें AI और यूजर कंट्रोल का बेहतरीन संतुलन मिलेगा:
- AI का जादू: यह फीचर गैलेक्सी AI (Galaxy AI) की ताकत का इस्तेमाल करेगा। यह अपने आप यह पहचानेगा कि कौन सा अलर्ट आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। जैसे, आपके परिवार के किसी सदस्य का मैसेज, ऑफिस का कोई ज़रूरी ईमेल या मीटिंग रिमाइंडर। इन ज़रूरी अलर्ट्स को यह अपने आप नोटिफिकेशन पैनल में सबसे ऊपर, बाकी सब से अलग दिखाएगा।
- यूजर का कंट्रोल: सैमसंग सारा कंट्रोल सिर्फ AI को नहीं देगा। यूजर्स को यह सुविधा भी मिलेगी कि वे खुद से चुन सकें कि किन-किन ऐप्स से आने वाले नोटिफिकशंस को ‘हाई-प्रायोरिटी’ माना जाना चाहिए।
लीक हुए स्क्रीनशॉट्स, जिन्हें X (पहले ट्विटर) पर संदीप Adap (@SandeepAdap) द्वारा शेयर किया गया है, दिखाते हैं कि ये प्रायोरिटी नोटिफिकेशंस पैनल में सबसे ऊपर एक अलग सेक्शन में दिखाई देंगे। इन्हें बाकी अलर्ट्स से अलग दिखाने के लिए इन पर एक हल्का ‘ग्लो इफेक्ट’ और गैलेक्सी AI-स्टाइल वाला खास ग्रेडिएंट कलर भी होगा।
प्राइवेसी सबसे पहले: आपका डेटा, आपके फोन में
आज के दौर में AI फीचर्स को लेकर सबसे बड़ा सवाल प्राइवेसी का होता है। सैमसंग ने इस चिंता का भी ध्यान रखा है। कंपनी ने साफ किया है कि नोटिफिकेशंस को फिल्टर करने और समझने की यह सारी प्रक्रिया (All notification processing) सीधे आपके डिवाइस पर (on-device) होगी।
इसका मतलब है कि आपकी कोई भी निजी जानकारी या नोटिफिकेशन का डेटा एनालिसिस के लिए क्लाउड सर्वर पर नहीं भेजा जाएगा। यह न सिर्फ आपकी प्राइवेसी को सुरक्षित रखता है, बल्कि इस फीचर को काम करने के लिए इंटरनेट की भी ज़रूरत नहीं होगी और यह ज़्यादा तेज काम करेगा।
Apple और Google से कितना अलग?
नोटिफिकेशन मैनेजमेंट की रेस में सैमसंग अकेला नहीं है। Apple अपने iOS 18.4 में ‘प्रायोरिटी नोटिफिकेशंस’ और Google अपने Pixel डिवाइसेस पर ‘प्रायोरिटी कन्वर्सेशन्स’ जैसे फीचर्स पहले ही दे रहा है।
हालांकि, सैमसंग का तरीका थोड़ा अलग और ज़्यादा लचीला (flexible) होने का दावा करता है। जहां बाकी प्लेटफॉर्म्स काफी हद तक ऑटोमेशन या मैन्युअल सेटिंग पर निर्भर करते हैं, वहीं सैमसंग अपने यूजर्स को AI ऑटोमेशन और मैन्युअल इनपुट, दोनों का एक मिला-जुला विकल्प दे रहा है।सैमसंग ने अभी तक One UI 8.5 के रोलआउट की कोई आधिकारिक तारीख नहीं बताई है। पहले ऐसी खबरें थीं कि इसका बीटा प्रोग्राम नवंबर के आखिर में शुरू हो सकता है, लेकिन अब लगता है कि उस टाइमलाइन में देरी हो गई है।
अब पक्की उम्मीद यही है कि One UI 8.5 का स्टेबल वर्जन अगले साल (2026) की शुरुआत में गैलेक्सी S26 सीरीज़ के लॉन्च के साथ ही डेब्यू करेगा। इसी लॉन्च के साथ ‘प्रायोरिटी नोटिफिकेशंस’ का यह बहुप्रतीक्षित फीचर दुनिया भर के लाखों गैलेक्सी यूजर्स तक पहुंचना शुरू हो जाएगा।











