Raipur | KhabarX Desk
छत्तीसगढ़ पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने मंगलवार को राज्य प्रशासनिक सेवा (SAS) की 2008 बैच की अधिकारी सौम्या चौरसिया के खिलाफ अघोषित संपत्ति (Disproportionate Assets) मामले में 8,000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है। जांच एजेंसी के अनुसार, उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में कार्यरत रहते हुए करीब ₹50 करोड़ की अवैध कमाई की और बेनामी निवेश किए।EOW ने अपने बयान में कहा कि चौरसिया के खिलाफ यह अब तक का सबसे बड़ा मामला है, जबसे छत्तीसगढ़ राज्य का गठन नवंबर 2000 में हुआ था।
चार्जशीट के अनुसार, उन्होंने लगभग 45 बेनामी संपत्तियों में निवेश किया, जिनमें उनके परिवार और अन्य व्यक्तियों के नाम शामिल हैं।यह DA केस जुलाई 2024 में दर्ज हुआ था, जब राज्य में भाजपा की सरकार बनने के कुछ महीने बाद EOW ने कार्रवाई शुरू की।
सौम्या चौरसिया 2018 से 2023 तक भूपेश बघेल सरकार में उप सचिव (Deputy Secretary, CMO) के रूप में कार्यरत थीं।
EOW का दावा: ₹2.5 करोड़ की वैध आय, ₹50 करोड़ की अवैध कमाई
जांच में सामने आया कि उनके और परिवार की वैध आय लगभग ₹2.51 करोड़ थी, जबकि कुल निवेश ₹50 करोड़ से अधिक पाया गया।
EOW ने बताया कि यह आय उनके ज्ञात स्रोतों से 1872% अधिक है।सबसे ज्यादा अवैध निवेश 2019 से 2022 के बीच किए गएEOW ने यह भी बताया कि चौरसिया का नाम पहले कोल लेवी घोटाला, जिला खनिज निधि (DMF) और अन्य मामलों में भी सामने आ चुका है।उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 2005 में अकाउंट्स अधिकारी के रूप में की थी और बाद में बिलासपुर में डिप्टी कलेक्टर रहीं।पिछले महीने EOW ने DA केस में चौरसिया की 16 संपत्तियां (कुल मूल्य ₹8 करोड़) अटैच की थीं।चार्जशीट अब रायपुर की विशेष अदालत में दाखिल कर दी गई है।