भागलपुर में दिनदहाड़े मोबाइल चोरी, CCTV में चोर की तस्वीर — ततरपुर पुलिस ने FIR दर्ज करने से किया इंकार

भागलपुर के असानंदपुर लालकोठी इलाके में एक युवक का मोबाइल दिनदहाड़े चोरी हो गया। CCTV फुटेज में चोरी की पूरी घटना दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने FIR दर्ज करने से इनकार कर दिया और केवल “गुमशुदगी रिपोर्ट” लिखी। अब सामने आया है कि वही चोर इलाके के कई लॉजों में घूमकर कमरों में चोरी की कोशिशें करता रहा है, जिससे लोगों में दहशत फैल गई है

दिन के उजाले में हुई चोरी

9 अक्टूबर की दोपहर करीब 3:35 बजे युवक अपने कमरे में आराम कर रहा था। उसी समय उसका दोस्त कमरे का दरवाज़ा खुला छोड़ गया। तभी एक अज्ञात व्यक्ति अंदर आया और युवक का मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया।बाद में जब युवक ने CCTV फुटेज चेक की, तो उसमें वह व्यक्ति साफ दिखाई दिया। फुटेज में चोर कमरे की ओर जाता और कुछ मिनट बाद हाथ में वस्तु लेकर बाहर निकलता नजर आता है।
पीड़ित ने कहा,

CCTV फुटेज में सब कुछ साफ दिख रहा है — चेहरा, कपड़े, और उसका हावभाव तक। फिर भी पुलिस ने चोरी का केस दर्ज नहीं किया।”

FIR की जगह केवल ‘गुमशुदगी रिपोर्ट’

पीड़ित ने CCTV फुटेज के साथ ततरपुर थाना पहुंचकर FIR की मांग की। लेकिन थाना प्रभारी ने चोरी की धारा में मामला दर्ज करने के बजाय केवल मोबाइल गुमशुदगी रिपोर्ट ही बनाई।स्थानीय लोगों का कहना है कि जब स्पष्ट सबूत मौजूद हैं, तो पुलिस का रवैया निंदनीय है।ऐसा लगता है पुलिस चोरी के केस से बचना चाहती है, जबकि कानूनन FIR दर्ज करना उसकी जिम्मेदारी है, एक निवासी ने कहा।

चोर की करतूतें – कई लॉजों में घूमता है

CCTV फुटेज से यह भी पता चला है कि वही संदिग्ध व्यक्ति इलाके के अन्य लॉजों में भी जाता है। वह दिन में विभिन्न लॉजों में पूछताछ करता है — क्या कोई रूम खाली है? — और मौका मिलने पर कमरे में घुसकर कीमती सामान या मोबाइल लेकर भाग जाता है।

युवक ने बताया,

मेरे लॉज से 2-4 बिल्डिंग आगे वाले लॉज में भी यही व्यक्ति गया था और वहाँ भी मोबाइल चोरी हुई। उसका चेहरा सब CCTV में एक जैसा दिख रहा है।”

इससे साफ है कि यह कोई एक बार की चोरी नहीं बल्कि एक पैटर्न वाला अपराधी है, जो दिनदहाड़े खुलेआम इलाके में घूम रहा है।

कानून और नागरिक अधिकार

भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 379 के तहत किसी भी प्रकार की चोरी गंभीर अपराध मानी जाती है। जब CCTV फुटेज जैसा ठोस सबूत मौजूद हो, तब पुलिस का FIR दर्ज करने से इनकार करना कानूनी प्रक्रिया की अवहेलना है।
कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे मामलों में पीड़ित व्यक्ति को

  1. जिला SP या DSP को लिखित शिकायत देनी चाहिए।
  2. Cybercrime.gov.in पोर्टल पर रिपोर्ट सबमिट करनी चाहिए।
  3. और शिकायत नंबर लेकर हर सप्ताह अपडेट मांगना चाहिए।

इलाके में डर और नाराज़गी

भागलपुर के लालकोठी और आसपास के लोग अब चिंतित हैं कि अगर दिन में ऐसी चोरी हो सकती है, तो सुरक्षा पर भरोसा कैसे किया जाए।यह मामला किसी एक व्यक्ति का नहीं, अब पूरे क्षेत्र की सुरक्षा का है,” स्थानीय लोगों का कहना है।लोग अब सोशल मीडिया पर भी आवाज उठा रहे हैं कि CCTV में दिख रहे आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जाए।

पीड़ित की अपील – ‘कानून सबके लिए बराबर हो’

पीड़ित युवक ने कहा कि वह चाहता है कि पुलिस CCTV फुटेज को सबूत मानकर FIR दर्ज करे।

मुझे सिर्फ अपना फोन नहीं चाहिए, मुझे न्याय चाहिए। अगर ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो कल किसी और का नुकसान होगा, उसने कहा।भागलपुर का यह मामला सिर्फ एक मोबाइल चोरी नहीं, बल्कि पुलिस की संवेदनहीनता और अपराधियों की बढ़ती हिम्मत का उदाहरण है। जब एक व्यक्ति खुलेआम दिन में कई लॉजों में घूमकर चोरी करता है और CCTV सबूत होने के बाद भी FIR दर्ज नहीं होती, तो यह सवाल उठना लाजमी है कि आम आदमी अपनी सुरक्षा के लिए किस पर भरोसा करे।

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