विशेषज्ञों का कहना है कि इलेक्ट्रिक वाहन को बढ़ावा देने के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को हर पेट्रोल पंप तक पहुंचाना जरूरी है।भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की मांग तेजी से बढ़ रही है। NITI Aayog और अन्य इंडस्ट्री रिपोर्ट्स के अनुसार, 2021 से 2025 तक EV adoption में काफी उछाल आया है, लेकिन चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर अभी भी पर्याप्त नहीं है।देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) की मांग तेजी से बढ़ रही है, लेकिन चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी अभी भी बड़ी चुनौती बनी हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर हर पेट्रोल पंप पर EV चार्जिंग स्टेशन मौजूद हों, तो लोगों में EV लेने की उत्सुकता बढ़ेगी और “रेंज एंग्जाइटी” जैसी समस्या खत्म होगी।
चार्जिंग स्टेशन क (2021–2025 Sept):
वर्ष | कुल EV चार्जिंग स्टेशन | सार्वजनिक (Public) | निजी (Private) |
---|---|---|---|
2021 | 1,200 | 800 | 400 |
2022 | 1,850 | 1,200 | 650 |
2023 | 2,700 | 1,800 | 900 |
2024 | 4,100 | 2,800 | 1,300 |
2025 | 5,500+ (est.) | 3,500+ | 2,000+ |
ज्यादातर चार्जिंग स्टेशन मेट्रो शहरों और हाइवे किनारे हैं, जबकि ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में चार्जिंग सुविधा अभी भी सीमित है। इसी वजह से EV adoption में बाधा आ रही है।
विशेषज्ञों और environmentalists का सुझाव है कि हर पेट्रोल पंप पर चार्जिंग स्टेशन अनिवार्य किया जाए। इसका फायदा यह होगा कि:
- Accessibility बढ़ेगी: EV users को चार्जिंग के लिए लंबा सफर तय नहीं करना पड़ेगा।
- Range Anxiety कम होगी: लोगों का डर खत्म होगा कि बैटरी खाली होने पर चार्जिंग उपलब्ध नहीं होगी।
- Existing Infrastructure का उपयोग: पेट्रोल पंप पहले से ही हाईवे और शहरों में हैं, इसलिए नया infrastructure बनाने की जरूरत कम होगी।
- Private Investment बढ़ेगा: पेट्रोल पंप मालिकों को incentives मिल सकते हैं, जिससे private sector investment भी बढ़ेगी।
सरकारी पहलें और योजना:
- FAME India Scheme (Faster Adoption and Manufacturing of Hybrid and Electric Vehicles): 2021–2025 तक EV adoption बढ़ाने के लिए subsidies और incentives।
- State EV Policies: दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे राज्यों में public charging network को expand किया गया।
- Private Sector Investment: Tata Power, Fortum, and other companies ने highways और city hubs में fast chargers install किए।
- Fast chargers की high cost और maintenance
- Grid capacity और electricity supply का upgrade
- पेट्रोल पंप मालिकों को technical training और incentives की जरूरत
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यह कदम लागू किया जाता है, तो यह देश में EV क्रांति को तेजी देगा। यह कदम न केवल EV users के लिए सुविधा बढ़ाएगा, बल्कि भारत के पर्यावरण और sustainability goals को भी मजबूत करेगा।
विशेषज्ञों के विचार:
EV adoption तभी तेज़ होगा जब चार्जिंग stations हर जगह उपलब्ध होंगे। हर पेट्रोल पंप पर charging station इस दिशा में एक बहुत बड़ा कदम हो सकता है,” – Dr. Ramesh Kumar, EV Infrastructure Expertभारत के EV adoption को तेज़ करने के लिए infrastructure planning जरूरी है। हर पेट्रोल पंप पर चार्जिंग स्टेशन लगाने का सुझाव एक practical और forward-looking solution है