डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक सख्त चेतावनी जारी की है, जो अमेरिका की व्यापार नीति को लेकर उनके आक्रामक रुख को फिर से उजागर करती है। उन्होंने साफ कहा है कि अगर कोई देश अमेरिकी टेक कंपनियों पर डिजिटल सेवा कर (Digital Services Tax) लगाता है, तो अमेरिका उसकी अर्थव्यवस्था पर अतिरिक्त टैरिफ थोप सकता है।
ट्रंप ने यह बयान अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिया और यह संदेश खासकर यूरोप और ब्रिटेन जैसे देशों को इशारा करता है, जहां ऐसी कर नीति पर पहले से चर्चा हो रही है। उनका कहना है कि ये कर “गैर-जरूरी और भेदभावपूर्ण” हैं, और अमेरिका इसे सहन नहीं करेगा।
इतना ही नहीं, ट्रंप ने चीन के लिए भी एक तीखी चेतावनी दी है। अगर चीन ने दुर्लभ पृथ्वी खनिजों (rare-earth magnets) के निर्यात को सीमित करने की कोशिश की—जो हाई-टेक प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल होते हैं—तो अमेरिका उसके ऊपर 200% तक टैरिफ लगाने पर विचार करेगा।
ट्रंप की चेतावनी के दो मुख्य बिंदु:
1. डिजिटल टैक्स लगाने पर जवाबी टैरिफ।
2. रेयर-अर्थ एक्सपोर्ट रोकने पर चीन को भारी आर्थिक सज़ा।
यह चेतावनी न केवल ट्रंप के चुनावी तेवरों को दर्शाती है, बल्कि वैश्विक व्यापार व्यवस्था पर संभावित असर का संकेत भी देती है। उनका स्पष्ट संदेश है — “अमेरिकी हितों के खिलाफ कोई भी कदम अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
