Madhya Pradesh में बड़ा हेल्थ स्कैंडल: 9 बच्चों की मौत के बाद डॉक्टर हिरासत में

Madhya Pradesh के छिंदवाड़ा जिले में खांसी की दवा Coldrif Syrup से जुड़े एक दर्दनाक मामले ने पूरे स्वास्थ्य तंत्र पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पिछले एक महीने में कम से कम 9 बच्चों की मौत के बाद पुलिस ने एक डॉक्टर को हिरासत में लिया है।

छिंदवाड़ा के एसपी अजय पांडे ने बताया कि सरकारी बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीन सोनी, जो निजी प्रैक्टिस भी करते हैं, को शनिवार देर रात (4 अक्टूबर 2025) हिरासत में लिया गया। आरोप है कि उन्होंने ही इस अब प्रतिबंधित कफ सिरप को बच्चों को दिया था।

मामला दर्ज — डॉक्टर और दवा निर्माता कंपनी दोनों के खिलाफ कार्रवाई

पुलिस ने इस मामले में BNS की धाराएं 105 और 276, और Drugs and Cosmetics Act की धारा 27 के तहत मामला दर्ज किया है।
यह केस सिर्फ डॉक्टर तक सीमित नहीं है — जांच की ज़द में अब दवा निर्माता कंपनी Sresan Pharmaceuticals (कांचीपुरम, तमिलनाडु) भी आ गई है।

एसपी पांडे ने कहा —हम डॉ. सोनी से विस्तृत पूछताछ करेंगे और औपचारिक गिरफ्तारी के बाद तमिलनाडु पुलिस से भी संपर्क करेंगे। एक DSP स्तर की टीम जल्द ही तमिलनाडु रवाना होगी।”

अन्य राज्यों में भी कफ सिरप विवाद

हाल के महीनों में कई राज्यों से कफ सिरप से मौत के मामले सामने आए हैं।

  • राजस्थान में दो बच्चों की मौत के बाद जांच बिठाई गई।
  • तमिलनाडु की लैब में कुछ सिरप सैंपल में adulteration (मिलावट) पाई गई थी।
  • केंद्र सरकार ने इसके बाद risk-based inspection शुरू की थी ताकि दवा कंपनियों की गुणवत्ता जांची जा सके।

यह मामला भारत में दवा निर्माण और नियामक निगरानी की बड़ी खामी को उजागर करता है।
अगर जांच में कंपनी की लापरवाही साबित होती है, तो यह पूरे देश में बनी दवाओं की सुरक्षा मानकों पर नया बहस छेड़ सकता है।

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