हजारीबाग | 12 अगस्त 2025 – कला और संवेदनशील कहानी कहने की ताकत एक बार फिर सामने आई जब टीम कंट्री रोड्स फिल्म के बैनर तले बनी लघु फिल्म “सुरुजमुखी” ने न केवल दर्शकों का दिल जीता, बल्कि विनोबा भावे विश्वविद्यालय (VBU) के कुलपति प्रो. (डॉ.) चंद्र भूषण शर्मा को भी इतना प्रभावित किया कि उन्होंने निर्देशक को ₹1 लाख की प्रोत्साहन राशि भेंट की।
6 अगस्त को हुआ प्रीमियर शो
फिल्म का प्रीमियर शो 6 अगस्त को VBU के आर्यभट्ट सभागार में हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्ण कुमार गुप्ता ने की। सभागार में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, छात्र-छात्राएं, स्थानीय फिल्म प्रेमी और मीडिया प्रतिनिधि मौजूद थे।
फिल्म खत्म होते ही सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
कुलपति का भावुक संबोधन
फिल्म देखने के बाद कुलपति प्रो. शर्मा ने कहा,
“सुरुजमुखी केवल एक लघु फिल्म नहीं, बल्कि समाज की संवेदनाओं को छूने वाला एक आईना है। ऐसी प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देना ही सच्ची सराहना है।”
उन्होंने अपने फाउंडेशन “शांति उपेंद्र फाउंडेशन फॉर डेवलपमेंट इनेशियेटिव” के अंतर्गत निर्देशक सुमित कुमार सिन्हा को ₹1 लाख का चेक प्रदान किया।
कहानी और कलाकारों की मेहनत
‘सुरुजमुखी’ की कहानी स्थानीय जीवन, संघर्ष और उम्मीद पर आधारित है, जिसे सादगी और भावनाओं के साथ पेश किया गया है। फिल्म में मुख्य भूमिकाएं मुकेश राम प्रजापति, राकेश बाबू, विशाल कुमार, अनुपम कुमार, श्वेता भारती, संतोष रॉय, आलोक यादव, मिथलेश कुमार ने निभाईं।
प्रोडक्शन टीम में सूरज कुमार, प्रतीक, श्रीकांत डूबे और सुभी तन्वी का अहम योगदान रहा।
निर्देशक की भावनाएं
निर्देशक सुमित कुमार सिन्हा ने सम्मान पाकर खुशी जाहिर करते हुए कहा,
“यह पुरस्कार हमारी पूरी टीम की मेहनत और जुनून की पहचान है। हम इस राशि का इस्तेमाल अगली परियोजनाओं में करेंगे ताकि और बेहतरीन काम दर्शकों तक पहुंचा सकें।”
स्थानीय सिनेमा के लिए प्रेरणा
‘सुरुजमुखी’ की सफलता ने साबित कर दिया है कि छोटे शहरों और स्थानीय कलाकारों के पास भी बड़ी कहानियां और बड़ा टैलेंट है। बस ज़रूरत है सही मंच और प्रोत्साहन की।