पटना | 12 अगस्त 2025 – बिहार इन दिनों भीषण बाढ़ की मार झेल रहा है। गंगा, कोसी, बागमती, बूढ़ी गंडक, पुनपुन और घाघरा समेत कई नदियां उफान पर हैं, जिससे प्रदेश के 17 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
सबसे ज्यादा असर भोजपुर, पटना, भागलपुर, वैशाली, लखीसराय, सारण, मुंगेर, खगड़िया, सुपौल, कटिहार और बेगूसराय जिलों में देखने को मिल रहा है। राज्य सरकार ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 32 टीमें तैनात हैं, जो लगातार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम कर रही हैं। राहत शिविरों में भोजन, पेयजल और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।
भागलपुर में गंगा का कहर
भागलपुर के नवगछिया के बिंदटोली गंगा तटबंध पर सोमवार (11 अगस्त) को बड़ा हादसा हुआ। जल संसाधन विभाग द्वारा करीब ₹22 करोड़ की लागत से कराए गए बोल्डर क्रेटिंग कार्य के ध्वस्त होने के बाद तेज कटाव शुरू हो गया। इस कटाव में दो दर्जन से ज्यादा घर गंगा में समा गए। फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
सीएम का संभावित दौरा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज (मंगलवार, 12 अगस्त) भागलपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर सकते हैं। वह बिंदटोली तटबंध का निरीक्षण और राहत कार्यों की समीक्षा कर सकते हैं। हालांकि, प्रशासन की ओर से उनके आगमन का पक्का समय अभी तय नहीं किया गया है।
फरक्का बैराज से राहत की उम्मीद
सोमवार शाम को फरक्का बैराज का 101 गेट खोले जाने के बाद गंगा का जलस्तर धीरे-धीरे कम होने लगा है। हालांकि, खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है और हालात पर प्रशासन की पैनी नजर बनी हुई है।
स्थिति पर नजर:
- प्रभावित जिलों की संख्या: 11
- प्रभावित आबादी: 17 लाख+
- तैनात राहत टीमें: 32 (एनडीआरएफ व एसडीआरएफ)
- बड़े नुकसान वाले स्थान: बिंदटोली, भागलपुर









