नई दिल्ली | 2 अगस्त 2025
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने अपने करोड़ों ग्राहकों को बड़ी राहत दी है। अब अगर आप अपने सेविंग अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस (Minimum Balance) नहीं भी रखते हैं, तो कोई पेनल्टी (Penalty) नहीं लगेगी। यह फैसला बैंक ने ग्राहक सुविधा और फाइनेंशियल इनक्लूजन को ध्यान में रखते हुए लिया है।
अब मिनिमम बैलेंस की टेंशन खत्म!
बैंक ने घोषणा की है कि सेविंग अकाउंट्स पर न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना अब अनिवार्य नहीं है। पहले ग्राहकों को ₹500 से ₹1,000 तक की पेनल्टी का सामना करना पड़ता था, यदि उनका बैलेंस तय सीमा से नीचे चला जाता था।
बैंक का क्या कहना है?
यूनियन बैंक की प्रेस रिलीज़ में कहा गया:
“हम अपने ग्राहकों को बेहतर बैंकिंग अनुभव देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मिनिमम बैलेंस पर पेनल्टी हटाकर हम चाह रहे हैं कि हर वर्ग का व्यक्ति निश्चिंत होकर सेविंग अकाउंट इस्तेमाल कर सके।”
क्या यह नियम सभी खातों पर लागू होगा?
हां, यह नियम सभी रेगुलर सेविंग अकाउंट धारकों पर लागू होगा। हालांकि, कुछ विशेष प्रकार के अकाउंट्स (जैसे Salary Account या Jan Dhan Account) पर यह पहले से ही लागू था।
क्यों लिया गया यह फैसला?
- ग्रामीण और कमजोर वर्ग के ग्राहकों को बैंकिंग सेवाओं में जोड़े रखने के लिए।
- डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने के लिए।
- सरकारी योजनाओं के तहत लाभार्थियों को परेशानी से बचाने के लिए।
ध्यान देने योग्य बातें:
- अकाउंट एक्टिव रखना जरूरी होगा।
- KYC और ट्रांजैक्शन नियमों का पालन करना अनिवार्य है।
- बैंक SMS/ATM जैसी सुविधाओं पर चार्ज ले सकता है।
आपके लिए क्या मतलब है?
अब अगर कभी आपका सेविंग अकाउंट बैलेंस जीरो हो भी जाता है, तब भी आपको पेनल्टी की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। यह कदम यूनियन बैंक को और अधिक पब्लिक फ्रेंडली बनाता है










